त्यौहार हो दीपावली का
पूजन हो देवी लक्ष्मी का
आँगन हो खुश-हाली का
नज़ारा हो झील मिल दीयों का
शोर हो पटाखों का
सेवन हो मिठाईयों का
चुप गया चन्द्रमा आज, थो आकाश हो जगमगाते सितारों का
डेरा हो जीवन में उजाले का
नव वर्ष के इस सुहाने आगमन में, हर सपना हो साकार आपका
और सुनेहरा बन जाए हर रिश्ता, चाहे मेरा हो या आप का
शुभ दीपावली कहे सबको, फ़िर वो निराला मन् मेरा हो या आप का :)
2 comments:
oyeee..good one yaar.. thanks for putting this up! ur blog does have a cool n dark feel to it, a lot of interesting posts coming up??
thanks vin! i will have to stop being lazy and start soon...
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